तहसील दिवस में श्रमिकों के मानदेय संबंधी मामला काफी गर्माया रहा। इस दौरान दर्जनों महिला श्रमिकों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस पर एडीएम वित्त एवं राजस्व वीर सिंह बुदियाल ने मामले को स्वयं संज्ञान में लिया और उच्चाधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र ही इसके निस्तारण का आश्वासन दिया। तहसील दिवस में मंगलवार को एडीएम के समक्ष 27 शिकायतों की सुनवाई हुई। इनमें से 18 का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इसमें समाज कल्याण, लोक निर्माण विभाग और राजस्व से जुड़े मामले शामिल रहे।
ऋषिकेश तहसील में साल के पहले माह में तहसील दिवस की कमान स्वयं एडीएम वीर सिंह बुदियाल ने संभाली। उन्होंने लोगों की शिकायतों को सुना और उन पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। सुबह से हो रही लगातार बारिश के बावजूद तहसील दिवस में बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए पहुंचे। करीब तीन दर्जन से अधिक श्रमिक महिलाएं हाथों में शिकायती पत्र लेकर एडीएम के समक्ष पहुंची। उनका नेतृत्व कर रहे श्रमिक प्रेमनाथ राव ने बताया कि श्रम आयुक्त कार्यालय की ओर से अगस्त 2018 में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सुरक्षा एवं भवन निर्माण संबंधी कार्यों के लिए 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया था। इन श्रमिकों को 15 दिन का मजदूरी भत्ता और टूल किट देने का वायदा किया गया था। दो माह में इन सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना था, लेकिन एक वर्ष तीन माह बीत जाने के बाद भी कोई सुविधा प्राप्त नहीं हो पाई है।
इस पर एडीएम ने श्रम आयुक्त कार्यालय से पहुंचे कनिष्ठ सहायक रवि को मौके पर बुलाकर जानकारी मांगी। एडीएम ने सभी श्रमिकों को उच्चाधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र ही समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिया। इस मौके पर तहसीलदार रेखा आर्य, राजकीय चिकित्सालय से डॉ संतोष कुमार पंत, नायाब तहसीलदार करण सिंह, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त एलम दास, लोनिवि के अधिशासी अभियंता अविनाश भारद्वाज व सहायक अभियंता आरसी कैलखुरा, वन विभाग से रेंज अधिकारी आरपीएस नेगी, जलकल अभियंता राजेश चौहान, समाज कल्याण अधिकारी महेश प्रताप सिंह, पशु चिकित्साधिकारी राजेश रतूड़ी, पूर्ति निरीक्षक विजय डोभाल, पुलिस विभाग से उपनिरीक्षक सोमेश उनियाल, विद्युत विभाग से एसडीओ ऋषिकश अरविंद नेगी व रायवाला राजीव कुमार आदि उपस्थित थे।
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मनमाने ढंग से निर्माण करने पर शिकायत
तहसील दिवस में चंद्रेश्वर नगर निवासी महेश मिश्रा ने अपने पड़ोसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इसमें उन्होंने बताया कि वह चंद्रेश्वर नगर में गली नंबर 2 में रहता है। पड़ोस का एक व्यक्ति मनमाने ढंग से उनके बगल में निर्माण कर रहा है। साथ ही उनके मकान में लगी खिड़की और दरवाजों को बंद कर रहा है। रोकने पर वह लड़ाई को आमादा रहता है। इस पर एडीएम वीर सिंह बुदियाल ने राजस्व निरीक्षक सतीश जोशी को तत्काल जांच के आदेश दिए।
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शिक्षण संस्थान के गेट पर हो रहा नशे का कारोबार
तहसील दिवस के मौके पर पहुंचे एमएम एजुकेशन सोसाइटी रानीपोखरी के सदस्य सचिन कुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान में उनकी संस्था छात्र-छात्राओं को शिक्षित करने का कार्य कर रही है। मगर संस्था के गेट के सामने एक खोखे में नशे की सामग्रियां बेची जाती हैं। उन्होंने बताया कि खोखा मालिक को मना करने पर वह मार पिटाई पर उतारू हो जाता है। इस पर एडीएम ने मौके पर उपस्थित पुलिस विभाग के अधिकारी को तत्काल जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए।
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ठाकुरपुर और खदरी के बीच जमीन का हो सीमांकन
तहसील दिवस में जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहन ने ठाकुरपुर और खदरी के बीच जमीन के सीमांकन के लिए एडीएम से गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि ठाकुरपुर गांव की कितनी जमीन उस गांव में शामिल है, इसको स्पष्ट किया जाए। इससे क्षेत्र के विकास के लिए बजट लाने में काफी सहायता प्राप्त होगी। इस पर एडीएम ने राजस्व निरीक्षक सतीश जोशी को तत्काल जांच के आदेश दिए।
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अतिक्रमण के खिलाफ नहीं हो रही कार्रवाई
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गुप्ता ने एडीएम से तीर्थनगरी मेें अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि नगर निगम 1127 अतिक्रमण चिह्नित कर चुका है। इसके बावजूद कार्रवाई करने के नाम पर हीलाहवाली हो रही है। इस पर एडीएम ने लोक निर्माण विभाग, प्रशासन और नगर निगम के आला अधिकारियों को मौके पर बुलाया व इस संबंध में दस्तावेज इकट्ठे कर शीघ्र ही किसी निर्णय पर पहुंचने का निर्देश दिया।
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जबरन कब्जे की शिकायत पर जांच के आदेश
जिला पंचायत प्रतिनिधि चंद्रकांता बेलवाल ने हरिपुरकलां क्षेत्र में ग्राम पंचायत भूमि की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत की भूमि की रजिस्ट्री हो नहीं सकती। इसलिए इस भूमि की जांच की जानी चाहिए। वर्तमान में यहां पर कुछ लोग अवैध रूप से काबिज हो चुके हैं। इस संबंध में राजपाल पुत्र ज्ञानीराम और एक अन्य महिला ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राजपाल ने बताया कि वह अपने परिवार के संग वर्ष 2013 से मौजा प्रतीत नगर, वैदिक नगर में रह रहा है। जिसका बिजली और पानी का बिल भी उसके पास मौजूद है। बताया कि कुछ लोग जबरदस्ती उनकी भूमि और दुकान पर कब्जा करना चाहते हैं। इस पर एडीएम ने राजस्व निरीक्षक नीरजकांत को जांच के आदेश दिए।